अंतिम निकला!

ऐ ख़ुदा ये क्या मरासिम निकला अपने क़ासिद का मुलाज़िम निकला हमने मांगी थी ज़िंदगी और वो कम्बख़त मौत का क़ासिम निकला फ़ैसला आप पर जो छोड़ा… Read more “अंतिम निकला!”

Najma ki Mohabbat

किसी और दिन अगर नजमा ने रोका होता तो मोमिन बिना किसी दूसरे ख़्याल के एक शजर की भांति बिना हिले-डुले उसका किस्सा ख़त्म होने तक उफ्फ़… Read more “Najma ki Mohabbat”

Hua Is kadar!

हुआ इस कदर दर बदर रात भर में अचानक से छूटा हो घर रात भर में मेरे ही मुक़ाबिल था किरदार मेरा आया मुझे सब नज़र रात… Read more “Hua Is kadar!”

Wo jo kehte the!

वो जो कहते थे दीवारों के कान होते हैं उनसे कहना कि दीवारें भी बहरी हो गयी हैं।